May 17, 2024

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 677 साल बाद आया गुरुवार पुष्य नक्षत्र पर गुरु और शनि का दुर्लभ योग : (लाभ के लिए क्या करें)

— दिल्ली के विश्व ज्योतिषी एवम उपाय के संस्थापक -व-राष्ट्रीय अध्यक्ष -प० नरेन्द्र चतुर्वेदी के अनुसार, इस वर्ष 28 अक्टूबर 2021 को, गुरुवार को पूरे दिन और रात पुष्य नक्षत्र रहेगा। इस वर्ष 677 साल बाद गुरु पुष्य नक्षत्र पर गुरु और शनि का दुर्लभ योग बन रहा है, 677 साल पहले 5 नवंबर 1344 को भी गुरु-शनि की युति मकर राशि में थी और गुरु पुष्य योग बना था। साथ ही इस दिन अमृत सिद्धि योग व सर्वार्थ सिद्धि योग भी पूरे दिन रहेगा। इस दिन खरीदी गई वस्तुएं शुभफल देने वाली होती हैं। पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनिदेव हैं। शनिवार को या शनि के नक्षत्र में जो भी काम किया जाता है। वह लंबे समय तक चलता है। ऐसी मान्यता है।

चौघड़िए के अनुसार गुरु पुष्य के शुभ मुहूर्त
सुबह 6:30 से 07:54 तक- शुभ
सुबह 10:41 से दोपहर 12:05- चर
दोपहर 12:05 से 01:28 – लाभ
दोपहर 01:28 से 02:52- अमृत
शाम 04:16 से 05:39- शुभ

677 साल बाद गुरु-शनि का दुर्लभ योग:–

इस वर्ष 2021 में गुरु और शनि, शनि के स्वामित्व वाली मकर राशि में एक साथ स्थित हैं। दोनों ग्रह मार्गी रहेंगे और इन ग्रहों पर चंद्र की दृष्टि भी होगी। जिससे गजकेसरी योग भी बनेगा। चंद्र धन का कारक ग्रह है, और यह योग सभी प्रकार से मंगलकारी होगा।

गुरु पुष्य नक्षत्र पर इनसे मिलेगा लाभ:–

शनि-गुरु की युति से बने गुरु पुष्य नक्षत्र में घर, जमीन, सोने-चांदी के गहने या सिक्के, टू व्हीलर या फोर व्हीलर, इलेक्ट्रानिक्स आयटम, लकड़ी या लोहे का फर्नीचर, कृषि से जुड़ा सामान, पानी या बोरिंग की मोटर, बीमा पालिसी, म्यूचल फंड या शेयर मार्केट में निवेश करने से लाभ की प्राप्ति हो सकती है।

निवेश व दान करना शुभ :—

बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं और शनि गुरु का मान रखता है, साथ ही बृहस्पति और शनि के बीच कोई शत्रुता भी नहीं है। इसलिए पुष्य नक्षत्र गुरुवार को आना बहुत शुभ माना जाता है। इस योग में निवेश करना बहुत ही शुभ माना जाता है। ये निवेश लंबे समय तक लाभ देने वाला हो सकता है। पुष्य नक्षत्र पर खरीदारी के साथ ही दान-पुण्य भी जरूर करना चाहिए। जरूरतमंद लोगों को नए वस्त्र, अनाज, जूते-चप्पल और धन का दान करना चाहिए। किसी गौशाला में हरी घास और गायों की देखभाल के लिए धन का दान करें। 

करें इस तरह उपाय :—

1–गुरु पुष्य की शाम को मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करें और उसके बाद मां लक्ष्मी के चरणों में सात लक्ष्मीकारक कौडिय़ां रखें। आधी रात के बाद इन कौड़ियों को घर के किसी कोने में गाड़ दें। इस प्रयोग से शीघ्र ही आर्थिक उन्नति होने के योग बनेंगे।
2–इस दिन महालक्ष्मी यंत्र का पूजन कर विधि-विधान पूर्वक इसकी स्थापना करें। यह यंत्र धन वृद्धि के लिए अधिक उपयोगी माना गया है। कम समय में ज्यादा धन वृद्धि के लिए यह यंत्र अत्यन्त उपयोगी है।
3–गुरु पुष्य के शुभ योग में चांदी के सिक्के और रुपयों के साथ कौड़ी रखकर उनका लक्ष्मी पूजन के समय केसर और हल्दी से पूजन करें। पूजा के बाद इन्हे तिजोरी में रख दें। इस उपाय से बरकत बढ़ती है।
4 –गुरु- पुष्य के शुभ योग में एक लाल रंग का कपड़ा लेकर उसमें सवा किलो चावल रखें। अब चावलों को कपड़े में बांधकर पोटली बना लें। मां लक्ष्मी के समक्ष आसन लगाकर अपने हाथ में पोटली लेकर ‘श्रीं श्रीये नमः’ इस मंत्र का पांच माला जाप करें। जाप पूर्ण होने के बाद पोटली को अपनी तिजोरी या फिर जहां भी आप धन रखते हो वहां रख दें। यह उपाय अपार धन-संपत्ति देने वाला माना जाता है। 

——-जय श्री कृष्ण ——–