May 17, 2024

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शारदीय नवरात्रि पर सम्पूर्ण एवम गोपनीय जानकारी

इस शारदीय नवरात्रि 2022 में कुंडली के ग्रहों के दोष करें दूर, जानिए देवी के किस रूप की करें पूजा:—-
(प0 नरेंद्र चतुर्वेदी विश्व ज्योतिष रत्न-(गोल्ड मैडल ) ,मन्त्र चिकित्सक-(गोल्ड मैडल),राष्ट्रीय अध्यक्ष–उपाय डेस्टिनी- दिल्ली -भारत – फो०-9811035358 —द्वारा

नवरात्रि में माँ दुर्गा के जिन विभिन्न नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है उन स्वरूपों का हमारे नौ ग्रहों से भी गहरा संबंध होता है। यदि नवरात्रि में माँ दुर्गा के इन स्वरूपों की पूजा करें तो उनसे संबंधित ग्रह भी मजबूत होते हैं तथा दोष भी दूर होते हैं।
इस साल शारदीय नवरात्रि, सोमवार 26 सितंबर 2022 से शुरू हो रही है। नवरात्रि के पहले दिन शुक्ल और ब्रह्म योग का अद्भभुत संयोग भी बन रहा है।इस वर्ष माता रानी हाथी की सवारी से पृथ्वी पर आगमन करेंगी। ये भी बेहद शुभ है। नवरात्रि का धार्मिक महत्व के ज्योतिषीय महत्व भी है। नवरात्रि के 9 दिनों में देवी दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा से साधकों की 9 तरह की कामनाएं पूरी होती हैं। वहीं सभी 9 ग्रहों के दोष भी दूर होते हैं। इसलिए अगर आप ग्रह-बाधा से परेशान हैं, तो खास ग्रह की शांति के लिए आपको दुर्गा के विशेष रुप की पूजा करनी चाहिए।
ज्योतिष के अनुसार नवरात्रि के महापर्व पर विधि-पूर्वक देवी की पूजा से कुंडली में ग्रहों के कष्ट भी दूर होते हैं और उनकी शुभता में वृद्धि होती है। अब पहले जानते हैं कि किस दिन देवी के किस रुप की पूजा होगी।

नवरात्रि की तिथियां :—

26 सितंबर, सोमवार – प्रतिपदा, माँ शैलपुत्री की पूजा, घटस्थापना
27 सितंबर, मंगलवार – द्वितीया, माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा
28 सितंबर, बुधवार – तृतीया, माँ चंद्रघंटा की पूजा
29 सितंबर, गुरुवार – चतुर्थी, माँ कुष्मांडा की पूजा
30 सितंबर, शुक्रवार – पंचमी, माँ स्कंदमाता की पूजा
1 अक्टूबर, शनिवार – षष्ठी, माँ कात्यायनी की पूजा
2 अक्टूबर, रविवार — सप्तमी, माँ कालरात्रि की पूजा
3 अक्टूबर, सोमवार — अष्टमी, माँ महागौरी की पूजा, दुर्गा महाअष्टमी पूजा
4 अक्टूबर, मंगलवार — नवमी, माँ सिद्धिदात्री पूजा, महानवमी पूजा
5 अक्टूबर, बुधवार — दशमी, दुर्गा विसर्जन, विजयदशमी

नवरात्रि में ग्रह दोष कैसे करें दूर :—
—————————————दिल्ली के प0 नरेंद्र चतुर्वेदी (पूजा -हवन विशेषज्ञ)ने समझाया कि नवरात्रि में माँ दुर्गा के जिन विभिन्न नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है उसी समय ग्रह से संबन्धित दोष समाप्त किया जा सकता है।
तो अव जानते हैं, नवरात्रि में माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों में से किसकी पूजा से कौनसे ग्रह के दोष को ठीक किया जा सकता हैं ।

चंद्रमा — चन्द्रमा ग्रह से जुड़े दोषों के लिए पहले दिन माँ शैलपुत्री की पूजा करें। मां के सिर पर चंद्र होता है और इस रुप की पूजा से चंद्रमा को बल मिलता है।
मंगल — मंगल ग्रह की शांति के लिए नवरात्रि दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा करें।
शुक्र — शुक्र ग्रह से जुड़े दोषों के लिए तीसरे दिन माँ चंद्रघंटा की पूजा करें।
सूर्य — सूर्य ग्रह की शांति के लिए चौथे दिन माँ कुष्मांडा की पूजा करें।
बुध — बुध ग्रह से जुड़े दोषों के लिए पांचवें दिन माँ स्कंदमाता की पूजा करें।
बृहस्पति — गुरु की शांति के लिए छठे दिन माँ कात्यायनी की विधि से पूजाकरें।
शनि — शनि के दोषों को दूर करने के लिए सप्तमी के दिन माँ कालरात्रि की पूजा करें।
राहु — राहू ग्रह के दोषों को दूर करने के लिए अष्टमी को माँ महागौरी की पूजा करें।
केतु — केतू के दोष को हटाने के लिए
महानवमी को माँ सिद्धिदात्री की पूजा करें।
देवी की पूजा में उनके निमित्त भोग जरूर दें,तभी पूजा पूर्ण होती है।
आप सभी को शारदीय नवरात्रि की बहुत बहुत शुभकामनाएं और वधाई। माता आदि शक्ति आपकी रक्षा के साथ आपकी इच्छाएं भी पूरी करें।ऐसी मेरी कामना है।
जय माता दी -जय श्री कृष्ण
–प० नरेंद्र चतुर्वेदी, आध्यात्मिक ज्योतिषी-
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