May 17, 2024

CNI News

– ताजा हिंदी समाचार –

बच्चों को स्तनपान कराएँ – संक्रमण से बचाएं

शाहजहांपुर। कोरोना वायरस फिर से पाँव पसारना शुरू कर दिया है, अगर समय रहते सावधानी नहीं बरती गई तो इसके परिणाम घातक  हो सकते है। कोरोना एक प्रकार का वायरस है। एंटी वायरल इफ़ेक्ट ही कोरोना की रोकथाम के लिए सहायक होगा। माँ का पहला पीला गाढ़ा दूध जिसे हम कोलोस्ट्रम  कहते हैं,  उसके अंदर बहुत सी एंटी वायरल ( एंटीबाड़ी)  चीजे पाई जाती है जो बच्चो को संक्रमण से बचाती है। शिशु के लिए स्तनपान सर्वोत्तम आहार है। मां का दूध शिशु के व्यापक शारीरिक व मानसिक विकास के साथ ही डायरिया, निमोनिया एवं कुपोषण से बचाने के लिए आवश्यक होता है। यह न केवल शिशु को पोषण देने का काम करता है बल्कि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है ऐसा कहना है एसएनसीयू के नोडल डॉ. के.के.वर्मा का।
डॉ. के.के.वर्मा नोडल अधिकारी सघन नवजात शिशु इकाई ( एसएनसीयू) के अनुसार नवजात को जन्म के एक  घंटे के भीतर ही स्तनपान कराना चाहिए यह तुरंत स्तनपान कहलाता है। मां का पहला गाढ़ा पीला दूध जिसे कोलस्ट्रम कहते हैं नवजात के लिए बहुत स्वास्थ्यवर्धक होता है। यह परिवार ,डॉक्टर और स्वास्थ्य कार्यकर्ता को सुनिश्चित करना चाहिए कि जन्म के एक  घंटे के अंदर नवजात को यह जरूर मिले। माँ के दूध में मौजूद एंटीबाड़ी शिशु को संक्रमण से बचाती  है। यह सुपाच्य होता है इसलिए बच्चे के पेट में गड़बड़ी होने की संभावना कम होती है तथा बच्चा संक्रमण से बचा रहता है।  जिस तरह से एक बीमारी को ख़त्म करने के लिए वैक्सीन की आवश्यकता होती है उसी तरह से माँ का दूध भी बच्चे के लिए वैक्सीन की तरह काम करता है।
उन्होंने बताया यह शिशु को सर्दी से भी बचाता है क्योंकि मां का दूध शिशु को उसी तापमान में मिलता है जो उसके शरीर का होता है। मां का दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें पाया जाने वाला प्रोटीन आसानी से घुलने वाला होता है जो बच्चा आसानी से अवशोषित कर लेता है। डॉक्टर वर्मा बताते हैं कि मां का दूध बच्चे को होने वाली कई जानलेवा बीमारियो  से भी बचाता है। शिशु को छह  माह तक केवल मां का दूध ही पिलाना चाहिए, स्तनपान कराने से पहले शहद, गाय या बकरी का दूध नहीं देना चाहिए।
कोविड   के दौरान तो हमें इस बात पर बल देना है कि स्तनपान रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है कोविड उपचाराधीन मां को भी शिशु को स्तनपान कराना चाहिए। बस मां को सावधानी बरतना जरूरी है दूध पिलाने से पहले स्तनों को और स्वयं के हाथ साबुन से कम से कम 40 सेकंड तक साफ करना चाहिए तथा नाक और मुंह पर मास्क लगाए रहना चाहिए।