May 17, 2024

CNI News

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बरेली बुलेटिन…

2.62 करोड की‌ लागत से बनने वाले रोड का विधायक ने किया शिलान्यास

बरेली/ऑवला। आज ऑवला बदायूँ मार्ग से रसूला ग्राम पंचायत तक 2.62 करोड़ों की लागत से बनने बाली सडक का क्षेत्रीये विधायक धर्मपाल सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर ग्राम विकास समिति के सदस्य भी मौजूद रहे। समिति के सदस्यों ने विधायक व सहायक अभियंता राजेन्द्र बहादुर, आशीष सक्सेना, अंकित वर्मा अवर अभियंता राजेश कुमार, गुलश, शिव रत्न का आभार व्यक्त किया। समिति सदस्यो ने बताया कि इस क्षेत्र के लिए इस सड़क निर्माण से पांच ग्राम पंचायत रसूला उरला पालमपुर गोंटिया चुल्हरा कटसारी नगला आदि ग्राम एक दूसरे से जुड़ेंगे।
इस पंचायत के कई ऐसे गांव थे जिन्हे आजादी के बाद से ही पक्की सड़क नहीं मिली थी। इस पंचायत के लोगों के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि उनके आवागमन के लिए मार्ग सुलभ होने जा रहा है। विधायक धर्मपाल सिंह ने कहा कि ऑवला विधानसभा को आदर्श विधानसभा बनाने का प्रयास तेजी से जारी है। शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यरूप से ग्राम विकास समिति के सदस्य राजन सिंह सतेंद्र उपाध्याय प्रताप सिंह राम कुमार विपिन कामेश राजीव अतेंद्र मनोज  सतेंद्र सिंह बबलू  उपाध्याय  आदि लोग उपस्थित रहे ।

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विधानसभा चुनाव: समाजवादी पार्टी युवाओ पर‌ लगायेगी अबकी दांव

बरेली। 2022 मे होने वाले विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही हर पार्टी प्रदेश की अलग अलग विधानसभाओ से मजबूत दावेदार उतारने के‌ लिये प्रयासरत है। समाजवादी पार्टी भी अबकी बार युवाओ पर भरोसा दिखाने के‌ मूड मे नजर आ रही है।
इसी क्रम मे उत्तर प्रदेश की पीलीभीत शहर सदर सीट से समाजवादी पार्टी से प्रबल दावेदारो‌‌ की सूची मे सपा युवजन सभा मे प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रहे व राष्ट्रीय युवा स्वाभिमान संगठन के संस्थापक नदीक मलिक का नाम सबसे ऊपर है। 30 वर्ष के युवा दावेदार नदीम‌ मलिक ने एमटेक के साथ पीएचडी की उपाधि भी हासिल की है। इसके साथ ही वे लम्बे समय से विधानसभा क्षेत्र मे समाजसेवा को‌लेकर सक्रिये रहे है। उनसे बातचीत ‌मे उन्होने हमारे संवाददाता को बताया की अगर पार्टी उन्हे यहां से प्रत्याशी बनाती है तो वे पीलीभीत को विश्व स्थल पर्यटन नगरी के रुप मे पहचान दिलायेंगे यही नही क्षेत्र मे मेडीकल कालेज के साथ ही आईटी पार्क की स्थापना करा गरीबो को रोजगार दिलाना उनका मुख्य उद्देश्य होगा।

बढ़ती महंगाई बेरोजगारी और सरकार की नीतियों के खिलाफ किया जोरदार प्रदर्शन

बरेली। आज समाजवादी छात्र सभा युवजन सभा लोहिया वाहिनी यूथ ब्रिगेड द्वारा बढ़ती मंहगाई डीज़ल पेट्रोल गैस पर बढ़ते रेट स्कूल कॉलेज की बढ़ती फीस छात्रबृत्ति न देने महिला उत्पीड़न प्रदेश में लगातार हत्या चोरी बलात्कार आदि के विरोध में समाजवादी कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च करके राष्ट्रपति महामहिम के नाम ज्ञापन सौपा और मांग की इस सरकार को बर्खास्त कर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए । इस दौरान आकाश यादव निवर्तमान जिला महासचिव प्रबुद्ध सभा समाजवादी और जितेन्द्र यादव,सद्दाम अब्बासी,और तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे।

यूटा व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी बरेली को सौंपा ज्ञापन

बरेली। बरेली जनपद में पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान 36 शिक्षकों की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो गई तो वही 2 ग्राम विकास अधिकारी एवं दो स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों की मृत्यु हो गई थी। जिसमें शिक्षा विभाग के केवल 14 कर्मचारियों की अनुग्रह राशि हुई है। लेकिन अन्य शिक्षकों के परिजन अधिकारियों के चक्कर काट काट कर थक चुके हैं बजह केवल यह बताई गई है कुछ शिक्षकों का डाटा पोर्टल पर नहीं चढ़ा है तो कुछ के पास रिपोर्ट नहीं है तो कुछ इलाज लंबे समय तक अस्पतालों में चला है लेकिन वह प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार 30 दिन के बाद मृत्यु हुई है लेकिन वे सभी पंचायत चुनाव ट्रेनिंग अथवा ड्यूटी या फिर मतगणना के दौरान संक्रमित हुए थे। कई कर्मियों ने प्राइवेट लैब में जांच कराई और प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराया लेकिन लैब अस्पताल वालों ने उनका डाटा पोर्टल पर नहीं चढ़ाया जिसकी वजह से उनके परिजन दर-दर भटक रहे हैं क्योंकि उनके घर का मुखिया भी चला गया और विभाग व प्रशाशन उनको covid से मरने वालों में मानने को तैयार नहीं हैं। परिजनों का कहना है कि कोरोना संक्रमण जब पीक पर था तब उनके घर के मुखिया ले अपनी जान जोखिम में डालकर हजारों की भीड़ के बीच चुनाव ड्यूटी कराई थी। उन्होंने तो ईमानदारी से अपनी ड्यूटी की थी यदि शासन के आदेश को मानकर अपनी जान जोखिम में डालकर  ड्यूटी की तो कौन सा गुनाह किया। Corona से मरने वालों का पोस्टमार्टम तो हुआ नहीं जिससे सिद्ध होता की मरने की वजह कोरोना ही रही।
वही कुछ परिजनों के पास एंटीजन पॉजिटिव है लेकिन प्राइवेट अस्पताल ने  पोर्टल पर सूचना नहीं दी तो इसकी जिम्मेदारी किसकी बनती है।
इसके संबंध में यूटा व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद संघ ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के यहां कोरोना से मरने वाले परिजनों को पुनर्विचार कर अनुग्रह राशि दिए जाने के संबंध में ज्ञापन दिया।  एसीएमओ डॉ अशोक कुमार ने बताया की जिनके पास एंटीजन,ब्लड रिपोर्ट, एक्स-रे रिपोर्ट, सीटी स्कैन इत्यादि मैं से कोई भी रिपोर्ट चुनाव ड्यूटी के 30 दिन के अंदर की है जिससे सिद्ध होता है की मृतक कर्मचारी को कोरोना था तो उस पर विभाग पुनर्विचार करेगा और जो भी यथासंभव मदद हो सकेगी उसके लिए तैयार हैं। यूटा जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने बताया कि संघ अगले क्रम में मुख्य विकास अधिकारी एवं जिला अधिकारी को ज्ञापन देगा वही परिषद के जिलाध्यक्ष अजय पाल सिंह गंगवार ने बताया  यदि परिजनों को न्याय नहीं मिला तो संगठन आंदोलन करेगा। इस मौके पर सयुक्त परिषद के महामंत्री जनार्दन गंगवार वरिष्ठ उपाध्यक्ष राम नरेश पटेल यूटा के जिला महामंत्री हरीश कुमार कोषध्यक्ष हेमंत कुमार  जिला उपाध्यक्ष सत्येंद्र पाल सिंह, विनोद कुमार, जितेंद्र पाल, अंकित राज, हिमांशु कुमार, इत्यादि मौजूद रहे।