May 17, 2024

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नशे से दूर रहकर रोका जा सकता है कैंसर : डा० कुलदीप चौहान

राष्ट्रीय कैंसर दिवस

मुरादाबाद। नशा मुक्त भारत अभियान मुरादाबाद के तत्वावधान में  आज तहसील ठाकुरद्वारा में तहसील स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता खंड विकास अधिकारी आरपी सिंह द्वारा की गई तथा संचालन डॉ कुलदीप सिंह चौहान द्वारा किया गया इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी ने नशामुक्ति की शपथ कराई एवं नशे से होने वाले दुष्परिणामों से अवगत कराया।सत्तर प्रतिशत कैंसर गलत जीवन शैली अपनाये रखने के कारण हो रहा है। यह बात नशामुक्त भारत अभियान के मनोचिकित्सक  डा० कुलदीप सिंह चाैहान ने समुदाय को जानकारी देते हुए कही। उन्होंने कहा कि घर–बाहर गंदगी रहना‚ कम उम्र में बच्चे होना‚ बार बार गर्भपात होने‚ स्तनपान न कराने एवं ज्यादा बच्चे होने व अधिक आयु में बच्चे होने से महिला को सर्वाकल कैंसर‚ बच्चेदानी के मुह का कैसर‚ स्तन कैसर एवं अंडाशन का कैंसर हो रहा है।  जबकि पुररूषों द्धारा गुटखा‚ पान मसाला‚ शराब एवं ड्रग का सेवन करने के कारण मुह का कैंसर‚ फेफडे का कैसर‚ पौरुष ग्रन्थि (प्रोस्टेट) का कैन्सर हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम कैसर से स्वयं को बचा सकते है। यदि हम किसी भी प्रकार का नशा न करें। पोष्टिक भोजन करें। मानसिक तनाव से बचें। महिलाएं परिवार नियोजन का पालन करें। अनचाहे गर्भधारण से बचे। सही आयु पर विवाह करें एवं दो ही बच्चे पैदा करें तो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से स्वयं को बचाया जा सकता है। डा० चौहान ने कहा नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम, जिस रूप में आप कर सकें, अवश्य करें। वसायुक्त भोजन जैसे मक्खन, डेरी उत्पादन कम मात्रा में ही लें।अपने को यथासंभव पराबैंगनी किरणों (अल्ट्रावायलेट रेंज) से बचा कर रखें। धूम्रपान संभव हो तो न करें, यदि करते हों तो कृपया ऐसे स्थान पर करें जिससे दूसरों की सांस में उसका धुआँ न जाये। मद्यपान में संभव कटौती करें, यदि मद्यपान न करें तो बेहतर होगा। स्त्रियाँ 50 वर्ष की उम्र के पश्चात गर्भाशय-ग्रीवा का नियमित परीक्षण किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से 3-5 वर्ष में अवश्य करायें। स्वतः स्तन परीक्षण नियमित रूप से करें तथा गांठ, स्राव आदि की स्थिति देखते ही स्त्रीरोग विशेषज्ञ से सलाह लें। स्वस्थ भोज्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियाँ आदि प्रचुर मात्रा में प्रयोग करें। स्त्रियाँ सर्वाइकल, स्तन तथा अंडाशयी कैन्सर से बचाव हेतु कम से कम दो वर्ष तक स्तनपान अवश्य करायें, क्योंकि अध्ययनों से पता चलता है कि जो महिलाएँ अपने बच्चों को दो वर्षों तक स्तनपान कराती हैं उनमें स्तन कैन्सर की संभावना 50 प्रतिशत तक कम हो जाती है। साथ ही 30 वर्ष की उम्र के पूर्व बच्चे पैदा कर लेने पर भी स्तन कैन्सर का खतरा कम हो सकता है। अधिक पानी पिया करें जिससे मूत्राशय के कैन्सर की संभावना कम हो जाती है। कम से कम 2 लीटर पानी रोज पीना आवश्यक है। मोटापे को न आने दें तो ज्यादा बेहतर होगा अतः अपने भोजन, क्रियाकलापों, व्यायाम आदि द्वारा यह प्रयास करें कि आपका बेसल मेटाबोलिक इन्डेक्स (बी.एम.आई.) 18.5-25 किलोग्राम/मीटर2 के बीच रहे। ऐसा भी अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि सेलफोन का कम समय तक ही प्रयोग किया करें जिससे सिर के कैन्सर से बचा जा सके। या फिर उसे स्पीकर मोड पर अथवा ईयरफोन पर रखकर सिर से थोड़ी दूर रखें।डा० मुस्कान बी ने कहा कि यदि किसी को कैसर हो जाता है तो वह मानसिक तनाव न ले। शुरूवाती कैंसर से बचा जा सकता है। महिलाएं एवं किशोरियां माहवारी की समस्याएं छिपा कर न रखें। कोई भी समस्या होने पर महिला चिकित्सक को अवश्य दिखाएं। समय रहते कैसर का पता लग जाने से उसका इलाज कराया जा सकता है। उस समय हमें सह विचार मन में जरूर रखना चाहिए कि मैं हूं और मैं रहूंगी। अच्छे आत्मबल से कई महिलाओं ने कैंसर को मात दी है।इस अवसर पर आदेश कुमार शर्मा,प्रेमसिंह, गिरिराज सिंह,नरेश सिंह,अंशु,डॉ अनुराही,विख्यात चौहान, नजाकत अली आदि लोग उपस्थित रहे।